महाराष्ट्र ने लॉन्च की हाउसिंग पॉलिसी 2025 जिसका लक्ष्य है 2030 तक 35 लाख सस्ता घर बनाना। जानिए कैसे आपका सपनों का घर हो सकता है इसमें शामिल!
महाराष्ट्र राज्य आवास नीति 2025 आवास समस्या को दूर करने के लिए महाराष्ट्र सरकार द्वारा उठाया गया एक नया और दूरदर्शी कदम है। इस योजना का मुख्य लक्ष्य 2030 तक लगभग 35 लाख किफायती और किफायती घर बनाना है, खासकर आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) और निम्न आय वर्ग (एलआईजी) के लोगों के लिए। यह नीति उन क्षेत्रों पर केंद्रित है जहाँ शहरीकरण तेजी से बढ़ रहा है और किफायती आवास की बहुत ज़रूरत है, जैसे मेट्रो शहर और उनके आस-पास के क्षेत्र।
महाराष्ट्र आवास नीति 2025 की मुख्य विशेषताएं
- ✅ 35 लाख घर 2030 तक: मुंबई, पुणे, नागपुर, नासिक, औरंगाबाद आदि शहरों में बड़े पैमाने पर निर्माण होगा।
- 🏗️ स्लम पुनर्विकास: जहां स्लम हैं, वहां आधुनिक और सुरक्षित आवास परिसर बनेंगे।
- 🏢 निजी डेवलपर्स की भूमिका: पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) मॉडल के माध्यम से बिल्डरों को प्रोत्साहन दिया जाएगा।
- 🌿हरित आवास: पर्यावरण अनुकूल प्रौद्योगिकियों का उपयोग होगा जैसे सौर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन, आदि।
- 🧾 फास्ट-ट्रैक स्वीकृतियां: बिल्डिंग प्लान और अनुमतियों के लिए सिंगल-विंडो क्लीयरेंस सिस्टम लॉन्च होगा।
- आम आदमी को क्या मिलेगा?

क्या होगा खास इस नीति में?
घटक | विवरण |
---|---|
कुल लक्ष्य | 35 लाख घरों का निर्माण |
प्राथमिकता | शहरी गरीब, झुग्गी बस्ती निवासी, प्रवासी मजदूर |
मॉडल | Public-Private Partnership (PPP) और Redevelopment Projects |
सहयोग | केंद्र सरकार की योजनाओं से समन्वय |
निर्माण तकनीक | तेजी से बनने वाली प्री-फैब्रिक तकनीक |
नीति का फोकस | Green Building Norms, महिला और दिव्यांगों को प्राथमिकता |
कहां-कहां होगा निर्माण?
- मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR)
- पुणे, नागपुर, औरंगाबाद, नासिक, अमरावती, गोंदिया जैसे उभरते शहर
- रेंटल हाउसिंग स्कीम के अंतर्गत मजदूरों और प्रवासियों को अस्थायी मकान
किसे मिलेगा लाभ?
- आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS)
- निम्न आय वर्ग (LIG)
- झुग्गी झोपड़पट्टी में रहने वाले लोग
- विधवा महिला, दिव्यांग, सीनियर सिटिजन
- प्रवासी मज़दूर और किरायेदार
सब्सिडी और फाइनेंस विकल्प
- PMAY के तहत CLSS (Credit Linked Subsidy Scheme) का लाभ
- बैंकों से कम ब्याज दर पर लोन
- राज्य सरकार से स्टांप ड्यूटी और टैक्स में छूट
आवेदन कैसे करें?
- ऑनलाइन पोर्टल से रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा (जैसे MHADA या राज्य आवास विभाग पोर्टल)
- आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, और पासपोर्ट फोटो जरूरी
- जिलेवार लॉटरी के माध्यम से पात्रता तय की जाएगी
नीति के पीछे सोच
महाराष्ट्र सरकार का उद्देश्य है कि हर नागरिक को “अपना घर” मिले। सरकार चाहती है कि 2030 तक झुग्गी मुक्त और व्यवस्थित शहरीकरण हो। इससे:
- अवैध निर्माण पर रोक लगेगी
- आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी
- पर्यावरण-अनुकूल घरों को बढ़ावा मिलेगा
📢 हाल ही में हुए ऐलान (2025)
- नई नीति को बजट 2025-26 में पेश किया गया
- CM एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस योजना का खाका प्रस्तुत किया
- MHADA और SRA को योजना कार्यान्वयन की जिम्मेदारी दी गई
“मकान हर किसी का सपना होता है” – महाराष्ट्र सरकार की यह नई आवास नीति गरीब और मध्यमवर्गीय लोगों के लिए एक सुनहरा मौका है। यदि इसे समयबद्ध तरीके से लागू किया गया, तो यह योजना राज्य के आवास संकट को काफी हद तक दूर कर सकती है।